कोई खुशियों की चाह में रोया, कोई दुखों की पनाह में रोया, अजीब सिलसिला हैं ये “ज़िंदगी” का.. कोई भरोसे के लिए रोया, कोई भरोसा कर के रोया!! 😢💔 ©GULAM MOHMAD sahri #Lumi