*अनुभव* कभी-कभी खैरियत *हैसियत* के नीचे दब जाती है.... तो कभी-कभी "तर्जुबा" संस्करण पर भारी पड़ जाता है.... कभी कभी ज्यादा 'उल्फत' भी,किसी के प्रति *निक्कमा* घोषित करती है.... तो कभी कभी ज्यादा 'लगाव',दूसरो के प्रति #चाटूकार साबित करता है.... कभी कभी किसी के लिए अच्छा सोचना भी उस अगले के लिए बुरा होता है.... तो कभी कभी खुद के लिए बुरा सोचना भी किसी अगले के लिए अच्छा होता है..... -Sp"रूपचन्द्र" (☝🏻....सार्थक 😊😊) ©Sp"रूपचन्द्र"✍ #अनुभव