Nojoto: Largest Storytelling Platform

गुज़रे थे तुम जिन राहों से चलता हूँ आज उनपे मैं इस

गुज़रे थे तुम जिन राहों से चलता हूँ आज उनपे मैं इस आस में
नमालूम कब उनपे पड़े तुम्हारे निशानों से मेरे क़दम जा मिलें 13/5/20
गुज़रे थे तुम जिन राहों से चलता हूँ आज उनपे मैं इस आस में
नमालूम कब उनपे पड़े तुम्हारे निशानों से मेरे क़दम जा मिलें 13/5/20