इंसानी फ़ितरत तो देखो, शासन सब पर करता है, शेर व्हेल हाथी अजगर को अपने वश में रखता है.! जल थल अस्थल तीनों में, पांव पसारे बैठा है अपनी सुविधा की ख़ातिर, जो चाहें सो करता है.! पर्वत काट पठार बनाता, जंगल काट मकान बनाता, पशु पक्षी बे घर हो जाते फिर भी इसको तरस न आते, सागर झील नदी नालों को, जो चाहें सो करता है, इंसानी फ़ितरत तो देखो, शासन सब पर करता है.!! #अजय57 महत्वाकांक्षी इंसान..