कोशिश -ए -मासूमियत तुम्हारी ये मासूम बनने की कोशिश और हर कोशिश में छुपा होना तुम्हारा कोई मतलब और उस मतलब के लिए बन जाते हो एक मासूम तुम चाहे जितनी भी परेशानियां हो फिर भी तुम्हारा काम करना और फिर तुम्हारा मतलब निकलने के बाद तुम्हारा वो रूखापन सच में बहुत दुःख देता है सोचो अगर मैं भी यही करूं तुम्हारे साथ तो मगर क्या फायदा यही सोचकर कि क्या फर्क होगा तब तेरे मेरे बीच में बस यही सोचकर अपनी परेशानियों को अपने तक ही रखना मगर आखिर कब तक ऐसे ही चलता रहेगा तुम्हारा वो काम निकल जाने के बाद फिर से वहीं रूखापन शायद इस जिंदगी की साथ या शायद उसके बाद भी क्या अनंत दुनिया की समय धारा के साथ साथ क्या समझोगी कभी ये सब तुम या कभी नहीं ......... --@IM_Siddiqui ©IMRAN SIDDIQUI #standAlone #masoomiyat