भंवरे का तो हक है हर कली पर मंडराने का मै परवाने की मानिंद शमा पे जल के देखूंगा आसमान मे है ईक चांद,होगे बहुत से सितारे उसके ईश्क मे ,सूरज की तरह मै ढल के देखूंगा बहुत देर से है इन्तजार उसका,सांसे बेवफाई पे उतारू है बहुत शिद्दत है मेरे ईश्क मे,आज मौत को छल के देखूंगा सासे