खंडहर हुई यादें तेरी फिर भी तेरे प्यार की नींव आज़ भी बहुत है मज़बूत एक विश्वास आज भी है मुझे फिर से खड़ा कर सकते हम अपनी उस बचे नींव पर प्यार की इमारत ♥️ Challenge-942 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।