आज हमारी तो कल तुम्हारी बारी आएगी दौर मुश्किलों का है कल तुमपे भी आएगी! मत कर गुमान ये इंसान अपने मद में आकर दो दिन की ये जवानी कल को ढल जाएगी! हो सके तो कर भला तेरा भला भी हो जाएगा करेगा बुरा तो कल तुम्हारी भी बारी आएगी! कभी सोचना फुर्सत में साथ क्या जाएगा धन दौलत,नाम ये शोहरत सब यही रह जाएगी! अभिमान न कर तू गुमान ना कर इस जीवन का है दीपक समान ये जीवन,जाने कब बुझ जाएगी! मिट्टी से बना ये तन मिट्टी में ही मिल जायेगा आज हमारी कल तुम्हारी, बारी सबकी आएगी! Writen By-Mukesh ✍️ ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_187 👉 आज हमारी, कल तुम्हारी लोकोक्ति का अर्थ --- जीवन में विपत्ति सब पर आती है। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।