एक बेटी का सवाल क्या जरूरत थी मुझे दो घरों की! जब दोनों घरों के लिए मैं परायी थी!! एक घर कहता है- "बेटी तू परायी है, तुझे पराये घर जाना है।" दूसरा घर कहेगा- "तू तो परायी है पराये घर से आई है!!" बेटी से पूरा परिवार है" ये बात भूल आज समाज ने ये रीत बनाई है। मेरी मान तो बेटी को बस "बेटी"मान इसी में सबकी भलाई है। शैलजा ydv एक बेटी का सवाल