आज एक विराम ले रहा हूँ.. ताकि एक नया आयाम हो जिसका किया है आगाज़ , उसका भी कोई अंजाम हो..!! जिंदगी रही तो फिर मुलाकात होगी जो दरमियां है अधूरी वो बात होगी ..! नही तो यही आखिरी सलाम🙏 भूल चूक शिकवा रंजिशें माफ क्योकि दिल लगाकर या आजमाकर छोड़ना , हमने सीखा नही किसीको अपना बनाकर छोड़ना , ताकि दुनिया ये न समझे हमारे बीच दूरी हो गई , साथ जब भी छोड़ना , मुस्कुरा कर छोड़ना ..!! ©कवि राहुल पाल #pause .................................?