तमाम ख्वाब मुकम्मल कर लूं एक ऐसी रात दे दे तेरी बाहों में सिमट जाऊं कोई सौगात ऐसी दे दे ।। ले कर मैं खाली दामन अाई हूं तेरे दर पे हर आरज़ू हो जाए पूरी खैरात ऐसी दे दे ।। बंजर निगाहें मेरी तेरा दीदार चाहती हैं आंखो को तर मैं कर लूं बरसात ऐसी दे दे ।। जिस्म ओ जान मैंने सोंप दिया है तुझको जो तुझको मेरा कर दे कोई खिताब ऐसा दे से ।। निगाहों से अपनी तुझसे पूछा है सवाल मैंने जो दिल को राहत बख्शे जवाब ऐसा दे दे ।। #Khawab #Mukammal #Raat #nojotohindi #Nojotoshayri #Nojotonews