सर्द मौसम की उगती सुबह के धूप में गुनगुनाते बदन के लबों की बेपरवाह मुस्कान खामोश हो जाती है! आखिर ये यादें इतनी बेवक़्त ना जाने कहाँ से आती हैं!! ©बृजेन्द्र 'बावरा' #NojotoQuote #Morning #Smile #Sher-o-Shairy सर्द मौसम की उगती सुबह के धूप में गुनगुनाते बदन के लबों की बेपरवाह मुस्कान खामोश हो जाती है! आखिर ये यादें इतनी बेवक़्त ना जाने कहाँ से आती हैं!! ©बृजेन्द्र 'बावरा' #bawraspoetry #NojotoHindi #NojotoMorningLonelyness #Nojotofeelings #NojotoShairy बेनाम शायर