एक नज़्म भारत माँ के नाम (Read in Caption) वतन कहूँ या राष्ट्र, हिन्द कहूँ या हिंदुस्तान भारत कहूँ या आर्यावर्त मेरी जान सभी से ही तो है हे 'माँ' बस तेरी पहचान । माटी जहाँ की पुलकित हुई है वीरों के रक्त मात्र से इतिहास जहाँ की सुशोभित हुई है बलिदानों व सैकड़ों युद्ध नीतियों से सब कुछ तो जुड़ा है 'माँ' बस तेरे ही आन, बान व शान से ।