गली में रहा कुछ नहीं अब सनम की गली में! कि है नया नया सब सनम की गली में! कूचा-ए-यार भी बदल गया साथ सनम के! इतना बदलाव हुआ कब सनम की गली में! चप्पा-चप्पा, ज़र्रा-ज़र्रा काँप गया वो मंजर देख! मेरा क़त्ल हुआ था जब सनम की गली में! शब ओ रोज़ उस खिड़की को बंद पाया मुसलसल! छोड़ दिया हमने जाना तब सनम की गली में! हरिक को बताना पड़ता है कि प्यार हूँ मैं! सब पूछते हैं मेरा मज़हब सनम की गली में! देखने को इक नज़र मेरी महबूबा को "जाज़िब"! उतरता है आसमाँ से रब सनम की गली में! #jaajib #gali #lovevibes #chandanvibes #nojotohindi #nojotowritings #nojotowriters #ghazal #poetry #poetscommunity #writerscommunity #love #followformore #followme #lovecareshare