भूल गये आज तो, आँकड़े सभी मौत के, नये आंकड़े हैं, चुनाव आयोग के। आक्सीजन की कमी, है क्या अब देश में ? फूल रहे सीने, जीते हैं जो रेस में। चैनल जो दुःखो का विलाप कर रहे थे, आज तो जीत का आलाप गा रहे हैं। वो जो विरोध में थे चुनाव होने के, वो भी किसी की जीत पे, खुशियां मना रहे हैं। तू भोकती रे जनता, न रख कोई आस, फेंक देंगे बोटी, फिर तेरे पास। निश्छल "नीर" ©Nishchhal Neer #covid19 #election #covidpoetry #chunav #Politics #politicians #Constant #deshprem #public #covidindia