White सुकून मिलता है दिल को तुझे सोचने से भी, फिर कैसे कह दूँ मेरा इश्क़ बेवजह सा है। ना पीछे मुड़ के देखो ना आवाज़ दो मुझको, बड़ी मुश्किल से सीखा है मैंने अलविदा कहना। देखते हैं अब क्या मुकाम आता है साहब, सूखे पत्ते को इश्क़ हुआ है बहती हवा से। मेरी खामोशी से उसे कभी कोई फर्क नहीं पड़ता, शिकायत के दो लफ़्ज कह दूं तो चुभ जाते हैं। शायद तेरा नज़रिया मेरे नज़रिये से अलग था, तुझे वक्त गुजारना था और मुझे ज़िन्दगी। ★___sagar_ki_shayari___★ ©SAGAR RAJ #Sad_Status शायरी लव हिंदी शायरी शायरी हिंदी शायरी दर्द शायरी लव