यू अकेले में राहे देखना ऐश ए रंग में नही था बचपन में जो भी पाया सबकुछ सारा सही था जो इश्क ए बद रंग नही चढ़ता हम पर बादलों में नाम ए शुमार ऐश का यारो के दिलो में ही सच्चा औऱ पक्का था