आओ दिल जिंदा रखें, प्रेम भाव को अपने बढ़ाएँ। रहें सदा इक-दूजे के साथ, कभी ना हम दूर हो पाएँ। दुःख दर्द को भूलें अपने, दुनिया को भी प्यार सिखाएँ। हर ओर शांति और सौहार्द का, सबको पाठ हम पढ़ाएँ। वैर और वैमनस्य से कुछ हासिल ना होगा, ये जन-जन को हम बतलाएँ। नफ़रत की इस काली अंधेरी रात में हम, खुशियों के पल ढूंढ के लाएँ। खुशियों के पल आओ अपना दिल ज़िंदा रखे, जग में खुशियां फैलाएँ। आओ अपना दिल ज़िंदा रखे, एक दिल के तार दूसरे दिल की तार से मिलाएँ।