Feeling कभी कभी खुले आसमान में जब देखती हूं। इस लाखो की भीड़ में खुद को अकेला पाती हूं। फिर सोचती हूं बड़ा सुकून हे इस शांति में ना कुछ खोने का डर ना कुछ पाने की जिद। में गर्दिश का वो सितारा तो नहीं।