कण से रण तक रण से कण तक नाम तुम्हारा है राजे, हे छत्रपति , हे वीर शिवा भूमि से अम्बर डंका तुम्हारा ही बाजे मुगलों के सीने चीर दिए सिंहासन पर , जैसे कोई बब्बर शेर विराजे , जय , जय हो वीर तुम्हारी तुम सबके मस्तक और मन पर साजे। ©SHIVAM TOMAR "सागर" #ShivajiMaharajJayanti