सिर्फ थका हु मरा नहीं हूं अभी जान में जान बाकी है हा चलते चलते बैठा हु अभी असली उड़ान बाकी है। जिद है खुद के दम पर मंजिल पा लेने की जमी वालो तुम जमी पर कर लो कब्जा हम हुनर बाजो के लिए तो पूरा आसमान बाकी है ©Shayar vasim hindustani उठे गे #HeartBook