ख्वाइशों से जब डर लगने लगे, और आत्मविस्वास का जब क्षय होने लगे खुद को पिंजरे में जब कैद करने को जी चाहे आँखे सुनी और जुबां जब खामोश हो जाये चारो ओर जब बस, अंधकार ही नजर आये तब तुम एक बार फिर हिम्मत करना अपने हौसलो की उड़ान एक बार फिर भरना जमीं से आसमान का सफर तुम तय करना अपने सपनो को तुम हकीकत बनाना और जो चाहा है, उसे पाने में अपना जी जान लगाना। ©Sonali Singh #khwaishe #Dar #Jindagi #sapnein #nojitohindi #Nojoto Vishal Patidar🎤 Vishal k.upadhyay Gajanan Besarkar Gajanan Besarkar NiDhi singh