आज फिर कुछ लिख रही हूं, दिल का दर्द शब्दों में पिरो रही हूं, ना जाने क्यों हो गई थी में , खुश तुम्हारे वापिस आने से मै, केसे भुल गई थी वो दर्द जो दिए थे तुमने गम - ए - जमाने में। #दिल_की_बात #दिलमेंप्यारहो