तेरी यादों के मंजर मुझे बड़ा रुलाते हैं तेरे याद मेरे रूह से लिपट जाते हैं और तू अपनी कसम देकर मेरी शराब छुड़ाती है और मेरे दोस्त तेरी कसम देकर पिलाते हैं। 221