याद जिनकी आई वो है बालाजी जो गुरु में नजर आए वो है बालाजी काल भी जिनसे भय खाए वो है बालाजी दर्शन को देवता भी आए वो है बालाजी करुणा जिनमें नजर आए वो है बालाजी सागर भी जिनके पांव पखारे वो है बालाजी सूरज भी जिनसे रोशन होता वो है बालाजी चांद में जो नजर आए वो है बालाजी ©Ashutosh Singh yadav श्री बालाजी