कभी बाते ज्यादा, कभी शब्दो की कमी, कमी मौसम की बारिश, कभी आखों में नमी, कभी याद आती तू, कभी तेरी बातो मे में, कभी मिलना, कभी बिछड़ाना, जिंदगी भी मौसम है, ओर तू मौसम में बहार अल्पेश बारोट कभी बाते ज्यादा, कभी शब्दो की कमी, कमी मौसम की बारिश, कभी आखों में नमी, कभी याद आती तू, कभी तेरी बातो मे में, कभी मिलना, कभी बिछड़ाना, जिंदगी भी मौसम है,