किसी का नाम ना लो,, बेनाम अफसाने बहूत है ... निर्भिया और आसिफ़ा जेसे फ़साने बहूत है .. और ऐसे मे भी सरकार की चुप्पी को क्या समझू , , अब तो इस समाज मे बढ़ती दरिंदगी को देख ऐसा लगता है अभी मासूम बच्चियों के जनाज़े उठाने बहूत है ... by ♥ mahi #nojoto #kalakaksh