गिरे थे तेरे इश्क़ में धीरे धीरे संभल जाएंगे, जो दिए थे जख्म तूने धीरे-धीरे भर जाएंगे,,,! और ये मत सोचना मेरी जान कि तुम्हें हम भूल जाएंगे, बस वक्त आने दो सारे जख्म धीरे-धीरे तुम्हें वापस किये जाएंगे,,,!! 😏🙃😌 ©Banna Hkm hart brokan #philosophy