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माटी की कहानी उसकी जुबानी मैं माटी हूं भारत मेरी ज

माटी की कहानी उसकी जुबानी
मैं माटी हूं
भारत मेरी जन्मभूमि
वीरों ने शहीदों ने
 मुझे अपने रक्त से सीचा है,,
पशुओं के लिए 
मैं गृह अवतार धारण करू
किसानों की मैं पहचान
वनस्पति उपजाऊ करना मेरा काम 
कुम्हार के लिए जीवनयापन
 करने का एक साधन
मेरे ढांचे से देवताओं का आकर धारण कर
 पूजनीय स्वरूप से पूजा करते हैं मेरी,,,‌
नहीं मुझ में कोई अहंकार ना हिंदू जानू मैं 
ना मुस्लिम जानू मै
मेरी गोद में तो सभी एक समान,,।
मेरे बिना तो शायद मनुष्य जीवन ही संभव नहीं
जीवन काल से लेकर मरण काल तक सफर में ही साथ दू
जब तक जीवन है मेरी ही गोद में
 मेरी ही वनस्पति से हरा भरा है मनुष्य,,
मृत्यु काल के बाद पांचों तत्व में विलीन होकर
 मेरी ही गोद में समाता है मनुष्य
मैं माटी हूं,,,,,।।।
World soil day

©dilki feeling143
  #soil day
#freebird
माटी की कहानी उसकी जुबानी
मैं माटी हूं
भारत मेरी जन्मभूमि
वीरों ने शहीदों ने
 मुझे अपने रक्त से सीचा है,,
पशुओं के लिए 
मैं गृह अवतार धारण करू
किसानों की मैं पहचान
वनस्पति उपजाऊ करना मेरा काम 
कुम्हार के लिए जीवनयापन
 करने का एक साधन
मेरे ढांचे से देवताओं का आकर धारण कर
 पूजनीय स्वरूप से पूजा करते हैं मेरी,,,‌
नहीं मुझ में कोई अहंकार ना हिंदू जानू मैं 
ना मुस्लिम जानू मै
मेरी गोद में तो सभी एक समान,,।
मेरे बिना तो शायद मनुष्य जीवन ही संभव नहीं
जीवन काल से लेकर मरण काल तक सफर में ही साथ दू
जब तक जीवन है मेरी ही गोद में
 मेरी ही वनस्पति से हरा भरा है मनुष्य,,
मृत्यु काल के बाद पांचों तत्व में विलीन होकर
 मेरी ही गोद में समाता है मनुष्य
मैं माटी हूं,,,,,।।।
World soil day

©dilki feeling143
  #soil day
#freebird