आरजूएं अपने दिल में ही दफ़नाया करते हैं हम, आशिक है जनाब दर्द में भी मुस्कुराया करते हैं, उनको उम्मीद थी कि बिछङकर बिखर जाएंगे हम, खुद को समेटा, अब दूसरों की बिगङी बनाया करते हैं हम...! ©Arti Raghav #Likho