जय जय राजस्थान तीन आखर रो मेळ, आन बान शान.. जठै थाने मिळसी, "वो" म्हारो राजस्थान.. सारो जगत जाणै, मै के करूँ ईंको गुणगान.. अठै पैदा हुए क्षत्रिय, कुम्भा,सांगा,प्रताप महान.. क्षत्रिय राणी बी, कर कै गई काम महान... आपरी ईज्जत रै कारण,जौहर मै झौंक दी जान... पाणी री कमी से जूझै म्हारो राजस्थान पण है अद्वैत शोर्य,बल,बुद्धि ज्ञान से भरी खान..!! जय जय राजस्थान 🚩 राजस्थान केवल इक राज्य कोणी, राजस्थान भारत री शान है अर हर राजस्थानी रो स्वाभिमान है। राजस्थान कर्मभूमी है वीरो रा ज्यां महाराणा प्रताप, महाराणा कुंभा, महाराणा उदय सिंह, राणा हम्मीर , महाराणा सांगा, वीर दुर्गादास राठोड़ , पृथ्वीराज चौहाण, महाराज सूरजमल, महाराज सवाई जयसिंह अर कई वीरा रो। राजस्थान मातृभूमी है वीर बळिदानी मांओ रो ज्यां महारानी पद्मावती, महारानी करणावती, हाड़ी रानी, रुधा सूधा रो। राजस्थान बेकूंठ है भगतां रो अर पीरां रो ज्यां मीरा बाई, दादुदयाल, बाबा रामदेव, हड़बूजी, पाबूजी, तेजाजी, गोगाजी, देवनारायण जी, करणी माता जी, मेहा जी, कल्लाजी, मल्ली नाथ जी, भोमिया जी, ऊँ बन्ना जी रो।