हैं।नजाने कब ये सही राह पकड़ेंगे। उलझे सुलझे रिश्ते हैं।नजाने कब ये एक ही डोर बनेंगे। उलझे सुलझे रिश्ते हैं।नजाने कब इनमें मिठास भरेगी। उलझे सुलझे रिश्ते हैं।नजाने कब ये एक मुरझाए हुए फूल से एक खिले हुए फूल तक का सफर खत्म करेंगे। उलझे सुलझे रिश्ते हैं।नजाने कब इनमें ये शिकवे मिटेंगे। उलझे सुलझे रिश्ते हैं।नजाने कब इनमें प्यार की बरसात होगी। उलझे सुलझे रिश्ते हैं।नजाने कब ये मोहब्बत की राह पकड़ेंगे। रिश्तों की इक दुनिया है। और इसी दुनिया में ही हम को जीना है। अपने विचार लिखें। Collab करें YQ Didi के साथ। #उलझेसुलझेरिश्ते #yqdidi #mahipenspoems #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi#YoQoWriMo#love#Mahi