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कभी पूरी, कभी अधूरी थी, पर कहानी मेरी थी। कुछ बेब

कभी पूरी,
कभी अधूरी थी,
पर कहानी मेरी थी।

कुछ बेबुनियाद,
कुछ जरूरी थी,
कहानी मेरी थी।

किसी की ना,
किसी की मंजूरी थी,
कहानी मेरी थी।

कहीं नज़दीकी,
कहीं बहुत दूरी थी,
कहानी मेरी थी।

कोई हक़ीक़त खुशामदीद,
कोई महज़ मजबूरी थी,

पर कहानी मेरी थी।।।
 "एक कहानी"





#love 
#life
कभी पूरी,
कभी अधूरी थी,
पर कहानी मेरी थी।

कुछ बेबुनियाद,
कुछ जरूरी थी,
कहानी मेरी थी।

किसी की ना,
किसी की मंजूरी थी,
कहानी मेरी थी।

कहीं नज़दीकी,
कहीं बहुत दूरी थी,
कहानी मेरी थी।

कोई हक़ीक़त खुशामदीद,
कोई महज़ मजबूरी थी,

पर कहानी मेरी थी।।।
 "एक कहानी"





#love 
#life
priyasharma8980

Priya sharma

New Creator