#DearZindagi स्कूल का वो ज़माना था एक छोटा सा बैग जिसमे खुशियों का ख़जाना था क्या थी बाहरी दुनिया क्या थी उसकी सच्चाई इन सब से बेफिक्र होकर खुदकी थी दुनिया बसायी दोस्तो की महफ़िल थी कन्धे पर बस्ते थे जो अपना टिफ़िन भूला हो उसका भी ध्यान रखते थे समेट उन यादों को आज में जीतगया वो दौर ही कुछ और था जो स्कूल में बीतगया #स्कूलकियादे #Schooldiaries