भोर की प्रार्थना, सबके प्रिय मित्र, स्वीकार करना🙏🏼🙏🏼 प्रात:वंदन भाव प्रेरणा हो, भाव की रक्षा कर पाएं, भाव सदभाव हो, सर्वहित भाव हो... कर्मरत जीवन बिताएं, कर्मफल प्राप्ति लक्ष्य नहीं, संपूर्ण क्षमता कर्म निहित ,