सुन लेता है वो मेरी बस एक अर्जी पे, कि फंस गया है यार वो बगैर मर्ज़ी के, अरसे बाद एक अक्श नज़र में रह गया, ज़माने बाद फिर कोई दिल में उतर गया, मुस्कुराता है वो मेरी बस एक अर्जी पे कि फंस गया है यार वो बगैर मर्ज़ी के। ©homeopathicwrites #SOMEONE❤