मैं चाहता हूँ कभी कभी के तुम बैठी रहो मेरे सामने खामोश और सुनती रहो वो बातें जो एक बेबसी में मैं खुद से भी नहीं कर पाता मैं बताना चाहता हूँ सब कुछ तुम्हे मैं जानना चाहता हूँ सब कुछ तुमसे मैं ये सोचता हूँ कभी के कितना अच्छा हो अगर एक ऐसा दौर आये ज़िन्दगी में के तुम्हारी आवाज ही बस सुनाई दे तुम्हारी शक्ल ही बस दिखाई दे तुम्हारी खुशबू से महकती रहे मेरी सांसें तब यकीनन लौट आएगी वो ज़िन्दगी जो चली गयी मेरी ज़िन्दगी से इस दुनिया में क्यूंकि कुछ सुन्दर है तो बस तुम हो कुछ पवित्र है तो बस तुम हो कुछ अलौकिक है तो बस तुम हो कुछ सच है तो बस तुम हो मेरे एहसास के सभी रंग घुल से गए है तुम में Part 2 #nadaan dk #nojoto #hindo #poetry #nadaandk #fb #adityaprakashkamma