आँशुओं की चाशनी सी है इश्क़, के कदम संभाल कर रखना। इश्क़ में पाग़ल आँशु कभी-कभी खुदखुशी भी कर लिया करते हैं।। आँशुओं की चाशनी सी है इश्क़, बस यहीं समझ लीजिए जो रूलाता है, उसे ही गले लगा कर रोने को जी चाहता है।। #सुचिता आँसुओं की चाशनी में घुल गए हैं गीत मेरे... #सुचिता #आँसुओंकीचाशनी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #suchitapandey आँशुओं की चाशनी सी है इश्क़, के कदम संभाल कर रखना। इश्क़ में पाग़ल आँशु कभी-कभी खुदखुशी भी कर लिया करते हैं।