जो मेरी नज़रों से फ़ना हो गई है वो सूरत किसी के लिए ख़ुदा हो गई है चलो आज फिर से देखें उस बेवफ़ा को जिस पत्थर पे दुनिया फ़िदा हो गई है अर्से के बाद जब उसे देखा तब ये जाना वो तब क्या थी और अब क्या से क्या हो गई है छू के चली जाती है वो ठंडी हवा के मानिंद ये हवा भी अब बेवफ़ा हो गई है न खोने का ग़म है न पाने की खुशी है ये जिंदगी क्यों इतनी बेवजह हो गई है ना रातों को चैन है न सुबह को सुकून शायद कुबूल किसी की दुआ हो गई है... © abhishek trehan #gazal #shayari #lovestory #lovequotes #puranikahani #manawoawaratha #yqbaba #yqdidi