आज फिर रात के अंधेरें में रो बैठी उसकी याद इस कदर मुझे झकझोर गई जो कभी मुझ पर मरता था आज वो किसी और की चाहत बन गया है दुःख इस बात का नही है की आज वो किसी और का होगया दुःख तो इस बात का है की जो मेरा यकीन था उसपर वो टूट गया टूट गया जिसके लिए मैं रातों में रोती थी वो आज किसी और को खुश करने में लगा है मेरी अधूरी कहानी ©Kabita Kumari Singh ##अधुरी कहानी##✍️💔 #Dark