डाकुओं के गिरोह का एक सदस्य बन चुका है शिक्षक। गुरु की पदवी छोड़ धंधे में उतर गया है शिक्षक।। गुरु की महिमा को तार तार कर चुका है आज शिक्षक नेताओ की तरह भ्रष्ट हो चुका है शिक्षक।। ये भ्रष्ट शिक्षकों के लिए समर्पित है