आगे के दो दांतो का थोड़ा सा अंतराल, तुम्हारे पुरे चेहरे की सुंदरता को निर्धारित कर रहा है, नाक के सीधे तरफ का तिल, नाक छेदन का आभास भर रहा है, तुम्हारे गालों के गड्डे, तुम्हे और मासूम बना रहे हैँ, भावो के मोड़ तुम्हारे, तुम्हे और अचूक बना रहे है, बालों को अपने तुम बांधो या खोल दो, पर ये तुम्हे इश्क़ का सरताज़ बना रहे है, कवियों की भीड़ मे अतुलनीय कवियत्री, तुमको तुम्हारे ये अल्फाज़ बना रहे है। ©Prem kumar gautam #Beautiful #BeautifulEyes #dimple #dimplegirl #IshqUnlimited #loveforever #hindi_poetry Sakshi Dhingra