हार मुझको मात देगी, गिर पडुगा जानता हूँ। मन कहेगा अब ना होगा, बात यह भी मानता हूँ ।। प्रांजली देखो स्वयं से, हारना शर्मिंदगी हैं। टूट कर जो फिर जुड़े, उसने ही जीती जिंदगी है।। #pra_nav #xdc