तेरा इंतज़ार कुछ नहीं बदला दीवाने थे दीवाने ही रहे, हम नए शहरों में रहकर भी पुराने ही रहे! दिल की बस्ती में हजारों इंकलाब आए मगर , दर्द के मौसम सुहाने थे सुहाने ही रहे!! kuch nhi badla