राहत इन्दौरी साहब को समर्पित अब ना मैं हूँ ! ना बची साँसें जीने के बहाने मेरे फिर भी मशहूर हैं ! आपके शहर में फसाने मेरे इल्तिजा है ! रखना ख्याल नज्म़ अफसाने मेरे मिला सबसे हूँ ! ना है कोई शहर में अंजाने मेरे ©Anushi Ka Pitara #rahatindori #RIPRahatIndori