ज्योहीं वो मुझपे अभिकेंद्रीय बल लगाती है ... मेरी मंजिल मुझे अपकेंद्रीय बल लगाकर खिंच लेती है, और मैं संतुलित हो जाता हूँ। अभिकेंद्रीय बल