किसी रूह को जख़्मी करते हुए तू, खुदा का भी कैसे खौफ नहीं खाता, कर ना गुरुर अपने वक़्त पर ए ज़ालिम ये करवट बदलने में वक़्त नहीं लगाता।। #वक़्त #ज़ालिम #करवट #रूह #yqhindi #hindipoetry #hindiquotes #hindishayari