बदलेगा परिवेश, मिटेगा धरती का क्लेश कीजिए मिट्टी में श्रद्धा का समावेश। खुश होंगे उमा और महेश, जब घर आयेंगे मिट्टी के गणेश। मिलेगा प्रकृति का आशीष, जब नहीं होगा प्रकृति में प्रदुषण नाम विष। मिट्टी के गणेश में तो स्वयं भगवान् ही निवास करते हैं, रसायनों की मूर्ति से तो जलीय जीव मरतेहैं। इस गणेश चतुर्थी पर मिलकर उठाएं एक कदम, श्री गणेश को देगे अपने हाथों से जन्म। घर पर ही बनाएंगे मिट्टी की मूर्ति, तभी तो प्रदुषण मुक्त होगी प्रकृति। #celebrate festivals with #beautyofnature