22, March 2020 आज सब अपने घरों में है बंद, जन जन कीे है ये जंग बूढे, बच्चे सब हो रहे इससे तंग, कैसा है ये महामरी का रंग, अपनो का अपनो से छूट रहा है संग, खत्म हो रही जीवन कि उमंग, कैसा है ये खौफ़ का हुडदंग, खिड़की, दरवाजे सब कर लो बंद, किसी ने मिला दी है हवा में भंग! Astha Dhiren #coronavirus