प्रेम बसा हो जब हृदय में बुराइयां सब जल जाया करती है। रंगों की इस बरखा में काली राते खो जाया करती है। ढ़ाई आखर प्रेम का,पढ़ के तुम देखो ज़रा धरती भी स्वर्ग से सुंदर,हो जाया करती है। ©Poetess Sonika #होली_के_दिन #poetess_sonika_tanwar_svra #poemkiduniya #nojotonews #nojotohindi #nojotoenglish